अपने हित
🔹1 अपने हित को छोड़कर किसी और कार्य में लगना मूर्खता है।
🔹2 हम यहाँ नाम कमाने नहीं,कर्म जलाने आये हैं।
🔹3 अपने क...
🔹1 अपने हित को छोड़कर किसी और कार्य में लगना मूर्खता है।
🔹2 हम यहाँ नाम कमाने नहीं,कर्म जलाने आये हैं।
🔹3 अपने क...
रिश्ते भी मौसम से हो गये हैं, कभी तपती धूप-से जलते हैं,
और जब सावन-से बरसते हैं तो नदी-नाले-से उफ़न पड़ते हैं,
और सब ...
जैन धर्म अन्य धर्मों से भिन्न व स्वतंत्र धर्म है जो अनादि काल से चला आ रहा है और अनंत काल तक चलता रहेगा।